फिर भी

मेरे ख्यालो की परछाईयों को तूने छूआ था,

रूह की गहराईयो में तुही बसा था,

दिल का हर धड़कन तेरा ही हुआ था,

सांसो में नाम तेरा ही आया था,

हर ख्वाबो में तुही समाया था,

जुल्फों के आग़ोश में तेरा ही साया था,

पर फिर भी तू दूर गया,

मुझसे ही मुँह मोड़ गया,

मेरे हर खयालो को तोड़ गया,

तेरी बेवफाई के आग़ोश में जलता हुआ मुझको छोड़ गया

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